Breaking News

6/recent/ticker-posts

एसपी साहब खगड़िया ध्यानार्थ, जन विश्वास संकल्प हमारा... थाना में केस दर्ज कराऐं और भूल जाएं ना अनुसंधान ना एक्शन: पीड़ित पत्रकार चंदन बादशाह

एसपी साहब खगड़िया ध्यानार्थ,जन विश्वास संकल्प हमारा... थाना में केस दर्ज कराऐं और भूल जाएं ना अनुसंधान ना एक्शन: पीड़ित पत्रकार चंदन बादशाह 

केस के आइयो (अनुसंधानकर्ता) सावित्री कुमारी ने पीड़ित से मांगें 30 हजार एसपी से किया लिखित शिकायत

(Desk- Bihar/Khagaria):- खगड़िया पुलिस आपकी सेवा में, जन विश्वास संकल्प हमारा,  क्या  यह संकल्प बिहार पुलिस सच कर पायेंगी या फिर सलोगन बन कर हीं रह जाएगी, फिलहाल कई सारे सवाल खगड़िया पुलिस के कार्यशैली पे उठ रही है, सवाल है आखिर कब तक वरीय पुलिस पदाधिकारी के दरबार में पीड़ित हाजिरी लगाने को मजबूर होगें? क्या पुलिस अधीक्षक महोदय के कार्यालय में पीड़ित द्वारा लगाए गए लिखित अर्जी कचरे की ढ़ेर सी बन जाती है या उक्त अर्जी के आलोक में संबंधित पदाधिकारी को निर्देशित किया जाता हैयदि निर्देशित किया जाता है, तो कार्रवाई क्यों नहीं होती है ? या वरीय पदाधिकारी का अपने अधीनस्थ पे इकबाल खत्म हो गया है या तो फिर अधीनस्थ पदाधिकारी अपने वरीर पदाधिकारी को तरजीह नहीं देते हैं ? 


जी हां एक ऐसा हीं मामला लाखों रुपए से संबंधित साइबर क्राइम महेशखुंट थाना से जुड़ा है , जहां एक तरफ सरकार और प्रशासन रोज नए-नए दावे -वादे पेश कर रही है वहीं महेशखूंट थाना की एसआई सावित्री कुमारी इन सभी दावों की हवा निकाल रही है,,

एक नज़र शासन/ प्रशासन के दावे- एक रिपोर्ट की मानें तो लगभग आंकड़ों में बिहार सरकार के द्वारा पूरे प्रदेश में 44 साइबर थाने ,2000 से अधिक मामले दर्ज किए गए, 300 से अधिक विभिन्न राज्यों से आरोपियों की गिरफ्तारी, लगभग 30 करोड़ रुपए की होल्ड/ रिकवर, 8000से अधिक मोबाइल फोन ब्लाक किया गया , राजधानी पटना के आर्थिक अपराध इकाई में 24 घंटे कॉल सेंटर शुरू किए गए जिसमें लगभग 150 पुलिस पदाधिकारी 24 घंटे कार्यरत हैं । वहीं आर्थिक अपराध इकाई के नेशनल कांइम रिपोर्टिंग पार्टल के हेल्प लाइन नंबर पर फरवरी से अब तक लगभग 7 लाख शिकायतें आ चुकी है।


साइबर ठगों के खिलाफ अभियान - साइबर ठगों से निपटने के लिए एक्शन प्लान भी तैयार किया गया आर्थिक अपराध इकाई लगातार पुलिस पदाधिकारी को प्रशिक्षित कर रही है इसके अलावा साइबर ठगों के खिलाफ अभियान भी चलाया जा रहा है ।

महेशखुंट थाना में दर्ज प्राथमिकी:- कांड संख्या 89/2023 दिनांक 05/05/2023 को मामला दर्ज किया गया,वर्षों बीत जाने के बाद भी कोई अनुसंधान नहीं क्यों ? सबसे चौंकाने वाली तथ्य यह  है कि इस केस के अनुसंधान कर्ता (आइयो) सावित्री कुमारी के द्वारा ₹30000 की मांग किया गया पीड़ित के द्वारा नहीं देने के कारण अनुसंधान ढाक के तीन पात रह गया जिसकी लिखित शिकायत पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक महोदय से कई बार किया गया है। चंदन बादशाह ने एसपी से मांग करते हुए कहा अनुसंधानकर्ता सावित्री कुमारी को इस केस से मुक्त करते हुए अपने स्तर से कारवाई करनी चाहिए।


* सवाल है पुलिस अधीक्षक कार्यालय का चक्कर पीड़ित कब तक लगाने को मजबूर रहेंगें

* सवाल है केवल खाना पूर्ति कर साइबर क्राइम पर नियंत्रण पाया जा सकता है 

* साइबर थाने में केस दर्ज कराने में छूट जाते हैं पीड़ित के पसीने - पीड़ित ने बताया कि लगातार एक महीने तक साइबर थाने का चक्कर लगाया नहीं दर्ज हुई प्राथमिकी, आवेदक ने कहा कि पुरे मामलें की जानकारी गोगरी एसडीपीओ को भी दी गई है 

* संदेहास्पद तत्कालीन थानाध्यक्ष की कार्यशैली - जिस केस में आईटी एक्ट लग जाता है उस केस जांच की जिम्मेदारी इंस्पेक्टर रैंक के अफसर को दी जाती है ,तो क्यों दी गई एक सामान्य महिला पुलिस पदाधिकारी को केस की जांच !क्या तत्कालीन थानाध्यक्ष भी कफ़न में जेब तलाश रहे थे ?पीड़ित की मानें तो एक महीने तक तत्कालीन थानाध्यक्ष नीरज सिंह ने थाने का चक्कर लगवाया मामला दर्ज नहीं होने पर वरीय पदाधिकारी के हस्तक्षेप से केस दर्ज किया गया 

* क्या कहते हैं एसपी - फोन से संपर्क किया गया संपर्क नहीं हो सका 
वहीं पीड़ित पत्रकार चंदन बादशाह ने DGP..Patna,IG ..Patna ,DIG .. Begusarai,भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री दिलीप जायसवाल, माननीय उपमुख्यमंत्री सम्राट चोधरी व विजय कुमार सिंहा,नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और माननीय सांसद खगड़िया राजेश वर्मा को ईमेल के माध्यम से पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाया है।

गृह मंत्रालय द्वारा सम्मानित -: देशभर में साइबर अपराध की जांच बेहतर काम करने के लिए गृह मंत्रालय की ओर से हरियाणा के डीजीपी सत्यजीत कपूर को सम्मानित भी किया जा चुका है ।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ