(बिहार/खगड़िया -चंदन बादशाह) :- बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रदेश सचिव सह मिडिया प्रभारी सोनू अग्रवाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू पर बड़ा हमला बोला है, विदित हो कि महाराष्ट्र के एकनाथ शिंदे गुट के विधायक संजय गायकवाड़ द्वारा अभद्र और अमर्यादित टिप्पणी तथा केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टु ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को आंतकी कहे जाने की घटना पर कड़े शब्दों में भर्त्सना करते हुए कहा कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है उन्हें इलाज की जरूरत है। वहीं सोनू अग्रवाल ने कहा संसदीय राजनीति में विपक्ष के सम्मानित नेता प्रतिपक्ष के प्रति ऐसी अमर्यादित भाषा प्रयुक्त करना समझ से परे है।
हम भारतीय लोकतंत्र की बात करते हैं और कुछ लोग घृणित मानंसिकता रखते हैं। लोकतंत्र में विपक्ष का होना शत्रु नहीं सचेतक होता है। आदरणीय नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान पूरे भारत की पदयात्रा किये। गरीब, किसान, युवा, महिलाएं, दलित, मजदूर, पिछड़े समाज से लेकर हर जाति हर मजहब के लोगों में अमन चैन का मिशाल कायम किये ,लोगों के दिलों को अपने प्यार और संस्कार से जीता है। सोनू अग्रवाल ने कहा युवा कांग्रेस का एक - एक कार्यकर्ता अपने सम्मानित जननेता राहुल गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
युवा कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता बब्बर शेर की तरह भाजपा प्रायोजित हर षडयंत्र का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है । वास्तव में देखा जाए तो आज जिस तरह से राहुल गांधी पूरे भारत में लोगों के न्याय और हक की लड़ाई लड़ रहे हैं, उससे आज पूरा भारत उनकी तरफ आशा भरी निगाहें से देख रहा है। लोगों को राहुल गांधी जी में एक नई उम्मीद की किरण जलती नजर आ रही है। इसी बोखलाहट में भाजपा के नेता अनाप-शनाप अमर्यादित बयान दे रहा है । दुर्भाग्य है खुद प्रधानमंत्री जी अपनी पार्टी के नेताओं के स्तरहीन बयानों पर खामोश हैं।
युवा कांग्रेस यह मांग करती है कि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी के खिलाफ अमर्यादित भाषा बोलने वाले नेताओं पे सख्त से सख्त कार्यवाही करें। लोकतंत्र में एक प्रतिपक्ष का होना लोकतंत्र की ख़ूबसूरती है ।भविष्य में ऐसे ब्यानों की पूर्नावृति नहीं होनी चाहिए। वहीं सोनू अग्रवाल ने कहा कांग्रेस भारत की सबसे पुरानी हीं नहीं बल्कि सबसे जिम्मेदार राजनौतिक दल है। हमने महान उच्च राजनैतिक आदर्शों और सर्वोच्च बलिदानों से इस देश के लोकतंत्र की बुनियाद को सिंचा है। हम इसे किसी भी स्थिति में टुकड़ों में बंटने नहीं देंगे। चाहे मुझे अपने प्राणों की आहुति देनी हीं क्यों ना पड़ें।
0 टिप्पणियाँ